सूचना संचार में बाधाएं (Barriers of Communication of Information)

प्रभावशाली संचार के लिए यह आवश्यक है कि जो भी संदेश स्रोत द्वारा भेजा जाए यह प्राप्तकर्ता को पूर्णतः प्राप्त होना चाहिए। लेकिन व्यवहार में संचार प्रक्रिया में अनेक तरह की बाधायें आती है। ऐसी बाधायें संदेश को क्षति पहुँचाती हैं और संचार को अपर्याप्त और अप्रभावी बनाने की कोशिष करती हैं। संचार की प्रक्रिया में आने वाली कुछ बाधायें निम्नलिखित हैं.

भौतिक बाधायें (Physical Barriers )

संचार में आने वाली भौतिक बाधायें संचार प्रक्रिया के उस वातावरण को हस्तक्षेपित करती है जिससे कि सूचना का प्रवाह होता है इस प्रकार आने वाली कुछ भौतिक बाधायें या हस्तक्षेप निम्नलिखित हैं-

शोर (Noise)

अचानक उत्पन्न उत्पन्न होने वाला शोर या ध्वनि किसी भी संदेश की गुणवत्ता को प्रभावित करता है।

भौतिक दूरी (Physical distance)

जब प्राप्तकर्ता स्रोत से अत्यधिक दूर होता है तब यह निश्चित करना अत्यधिक मुश्किल हो जाता है कि वह सूचना प्राप्तकर्ता को प्राप्त हुयी या नहीं, प्राप्तकर्ता उसे समझ सका या नहीं अथवा प्राप्तकर्ता ने उसे स्वीकार किया या नहीं। अत्यधिक दूरी संचार को प्रभावित करती है, अतः किसी भी प्रभावशाली संचार के लिए यह आवश्यक है कि संचार में दूरी अधिक न हो।

सूचना अतिभार (Information overload)

असीमित सूचना प्रवाह के परिणाम स्वरूप सूचना अतिभार होता है जैसे यदि कोई व्यक्ति बहुत बहुत अधिक ई-मेल प्राप्त करता है तो वह कई बार अधिक महत्वपूर्ण ई-मेल का उत्तर नहीं दे पाता है जिसका उत्तर देना अत्यधिक आवश्यक होता है। ऐसे में व्यक्ति संचार के कार्य से साधारणतया बचकर या छोड़कर ही सूचना अतिभार का जबाब देता है ।

अर्थगत बाधायें (Semantic Barriers )

अर्थ विज्ञान मुख्यतः अर्थ शब्द का विज्ञान है, जिसमें शायद ही दो व्यक्ति के द्वारा किसी वस्तु का समान अर्थ में प्रयोग होता है स्रोत और प्राप्तकर्ता को अपने बीच से एक अर्थ चुनना होता है। यदि दोनों एक ही अर्थ चुनते हैं, तो संचार पूर्ण होगा। लेकिन व्यक्ति या तो समान शब्द को विभिन्न प्रकार से अथवा विभिन्न शब्दों को समान प्रकार से प्रयोग करते हैं।
अतः शब्द अर्थ भी संचार के मार्ग में बाध हो सकते हैं और यह केवल शब्द तक ही नहीं, बल्कि कार्य अनुप्रयोग तथा परिस्थितिक सन्दर्भ भी हो सकता है जिससे कि गलतफहमी भी उत्पन्न हो सकती है। प्राप्तकर्ता तकनीकी भाषा को भी आसानी से नहीं समझ सकता है, तो वह भी संचार प्रक्रिया के मार्ग में एक बाधा है।

संगठनात्मक बाधायें (Organizational Barriers )

सूचना संचार के अर्न्तगत आने वाली विभिन्न प्रक्रिया को उनके संगठनों से भी अनेक बाधाओं का सामना करना पड़ता है, इस प्रकार आने वाली कुछ संगठनात्मक बाधायें निम्नलिखित है-

सामाजिक स्थिति विभिन्नता

संगठन प्रायः विभिन्न प्रतीकों चिह्नों एवं पदों आदि के द्वारा वर्गीकप्त पदक्रम को प्रदर्शित करता है। विभिन्न संगठनों में इस प्रकार की भिन्नता संचार को प्रभावित करती है। यदि स्रोत की सामाजिक स्थिति प्राप्तकर्ता की तुलना में ऊँची हो, तो वह अपनी महत्ता को बनाये रखने के लिए प्राप्तकर्ता की सभी सूचनाओं को जाहिर नहीं करने की प्रवत्ति को बनाये रखना चाहता है। दूसरी तरफ यदि प्रेषक की स्थिति प्राप्तकर्ता की अपेक्षा कम होती है, तो वह सूचना को ऐसे प्रसारित करना चाहती है ताकि लगे की वह प्राप्तकर्ता की अपेक्षा श्रेष्ठ है।

संगठनात्मक सुविधा

एक संगठन की सूचना क्षमता को प्रभावित करने एवं उसमें वर्षद्ध के लिए संचार सम्बन्धित शिकायत पेटिका, सलाह पेटिका एवं सम्मेलन आदि रखने की आवश्यकता होती है। एक प्रभावी संचार के लिए माध्यम का चुनाव अति आवश्यक है, क्योंकि अनपढ़ लोगों के लिए

माध्यम का चुनाव

लिखित संचार सम्भव नहीं है। ऐसी स्थिति आमने-सामने का संचार एवं प्रदर्शन सूचना प्रदाता के लिए अत्यधिक प्रभावी होता है।

संगठनात्मक नीति

कुछ संगठन सभी को सूचना शेयर नहीं करते हैं, जिससे कि संचार की गुणावत्ता प्रभावित होती है।

मनोवैज्ञानिक एवं भावनात्मक बाधायें (Psychological or Emotional Barriers )

संचार की प्रक्रिया की महत्ता संचार के दोनों पक्षों की मानसिक स्थिति पर निर्भर करती है। विभिन्न लोग संदेशों को भिन्न- भिन्न प्रकार से समझ सकते हैं, जो कि संचार के स्वतंत्र प्रवाह को बाधि त करता है। इन रूकावटों के कुछ मनोवैज्ञानिक कारण निम्नलिखित हैं- मनोवैज्ञानिक बाधा जब प्राप्तकर्ता किसी कारण से भावनात्मक रूप से आहत होता है या सूचना को प्राप्त करने के लिए तैयार नहीं होता है, तब इस प्रकार के संचार अभाव से सामान्य प्रभावी संचार प्रभावित होता है।
यह प्रभावित संचार व्यवस्था सूचना के निर्वाध प्रवाह में बाधा उत्पन्न करती है।
भावनात्मक बाधा जब श्रेष्ठ व्यक्ति अपने रवैये के कारण गुस्सा हो जाता है, तब संचार क्रम में नीचे का व्यक्ति संचार चक से अपने आप को दूर रखने की प्रवति अपना लेता है।

व्यक्तिगत बाघायें (Personal Barriers )

प्रेषक तथा प्राप्तकर्ता के बीच निम्नलिखित व्यक्तिगत मुद्दे होते हैं, यह मुद्दे भी संचार व्यवस्था सूचना के निर्वाध प्रवाह में बाधा उत्पन्न करते हैं। इस तरह के कुछ प्रमुख मुद्दे निम्नलिखित हैं-

विश्वास

यदि एक विश्वसनीय विशेषज्ञ प्रेषक सूचना अभाव से युक्त होता है तब वह सूचना विश्वास के अभाव में अपनी भूमिका खो देता है, जो कि एक बहुत बड़ी बाधा है।

प्रतिभा

बहुत से लोग साधारणतया अपने आप को संचार प्रक्रिया से दूर रखते हैं जो कि संदेश के स्वतंत्र प्रवाह को रोकता है। प्रक्रिया

ध्यान

कभी-कभी प्राप्तकर्ता अपने प्रेषक के संदेश में रुचि नहीं रखता है जिससे कि संचार अवरुद्ध होती है।

वित्तीय बाधायें (Financial Barriers )

कभी-कभी लोग आवश्यक धन के अभाव में सूचना संदेश और सलाह को संचारित नहीं करे पाते हैं। शिक्षित समाज के बहुत से लोग अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन या गोश्ठी में उनके पत्र या आलेख प्रकाशित करने के लिए धन की माँग करते हैं, जो मॉग पूरी न होने से स्वस्थ संचार प्रक्रम के प्रवाह को बाधित करती है।

तकनीकी बाधायें (Technological Barriers )

तकनीकी के विकास ने कई समाधान उपलब्ध कराये हैं, जैसे SMS, MMS, Email, Voicemail आदि । लेकिन इन सभी को कार्यान्वित करने के लिए उचित प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। नवीन तकनीक के तकनीकी ज्ञान का अभाव प्रभावी संचार के मार्ग में अवरोध उत्न करता है।

संचार बाधायें (Communication Barriers )

अपर्याप्त सूचना प्राप्तकर्ता को भटका सकती है। बहुत बार प्रेषक भ्रमित सन्देश भेजता है, जैसे मैं कल 10 बजे वहाँ पहुचूँगा मैं तुम्हारे घर मध्यान्ह में भोजन करूँगाा आदि। जिनका अर्थ पूर्णतः स्पष्ट नहीं है। इससे प्राप्तकर्ता यह नहीं समझ पाता है कि प्रेषक का कहने का मतलब क्या है।
डेविड जी० स्वार्ज-
डेविड जी० स्वाज ने अपनी पुस्तक ‘Integrated Knowledge Transfer and Communication Mediate Communication Categorizing barriers and possible responses में सूचना स्थानान्तरण में आने वाली सम्भावित बाधाओं की संरचना प्रस्तुत की है-
About Vishnu Nambiar

मैं विष्णु नांबियार हूं और मैं इस ब्लॉग का मालिक और मुख्य सामग्री लेखक हूं। मैं शिक्षा उद्योग में सभी नवीनतम अपडेट जैसे परीक्षा, कॉलेज, पाठ्यक्रम आदि साझा करता हूं। मैं केरल का एक प्रमाणित और पेशेवर करियर परामर्शदाता और ब्लॉगर हूं।

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